अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
फिर एक बिस्मिल उठेगा
फिर एक अश्फाक इंकलाब गायेगा
बड़ गए है दुश्मन मेरे हिंदुस्तान के
अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
चंद्रशेखर की आझादी अब हिंदुस्तान दोहरायेगा
खुन बहाया वतन का हमारे
अब खुन का बदला खून से लिया जायेगा
भाग सको तो भागो दुश्मन
अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
तुमने 20 मारे थे तुम्हारे सौ लेटे है
काफिरों याद रखना हिंदुस्तान के घर-घर में
वतन पर मरने-मारने वाले बेटे है
यहा चूडिय़ाें की खनखनाहट भी आझादी ही गाती है
एक मज़हब हो जाते हैं हम हिंदुस्तानी
जब बात हमारे वतन की आती है
तुमने सिर्फ हवा का छोटा झोका देखा है
अब ए हिंदुस्तान तुम हैं खुन का सैलाब दिखाएगा
मेरे वतन की मिट्टी की कसम अब चुन-चुन कर तुमसे बदला लिया जाएगा
ये वादा हैं एक हिंदुस्तानी का अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
फिर एक बिस्मिल उठेगा
फिर एक अश्फाक इंकलाब गायेगा
बड़ गए है दुश्मन मेरे हिंदुस्तान के
अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
चंद्रशेखर की आझादी अब हिंदुस्तान दोहरायेगा
खुन बहाया वतन का हमारे
अब खुन का बदला खून से लिया जायेगा
भाग सको तो भागो दुश्मन
अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
तुमने 20 मारे थे तुम्हारे सौ लेटे है
काफिरों याद रखना हिंदुस्तान के घर-घर में
वतन पर मरने-मारने वाले बेटे है
यहा चूडिय़ाें की खनखनाहट भी आझादी ही गाती है
एक मज़हब हो जाते हैं हम हिंदुस्तानी
जब बात हमारे वतन की आती है
तुमने सिर्फ हवा का छोटा झोका देखा है
अब ए हिंदुस्तान तुम हैं खुन का सैलाब दिखाएगा
मेरे वतन की मिट्टी की कसम अब चुन-चुन कर तुमसे बदला लिया जाएगा
ये वादा हैं एक हिंदुस्तानी का अब हर घर से एक भगतसिंग आएगा
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