ए बेकार सी कुछ चीजे पड़ी है,
के जिनमे कुछ खत भी है तुम्हारे।
इनमें से कितने ही खतो में,
तुम्हारी बहोत सी बाते है झूठी।
जिनमें तुम ने कहा था,
के बहोत चाहते हो तुम मुझको,
मेरी आंख के आंसूं तुमसे देखे नही जाते।
और भी बहोत बाते हैं तुम्हारी,
मुझसे मिलने के लिए ठहरते हो तुम,
तुम कितने बेसब्र होके मेरा इंतजार करते हो,
मेरे खतों को संभालकर रखा है तुमने
छत के उपर छिपा के कही।
बारिशों में तुम्हें मेरे साथ बिघना है,
तुम मेरे साथ शहर देखना चाहते हो।
और भी न जाने कितने ही झूठे वादे है तुम्हारे।
ए बेकार सी कुछ चीजे पड़ी है,
के जिनमे कुछ खत भी है तुम्हारे।
के जिनमे कुछ खत भी है तुम्हारे।
इनमें से कितने ही खतो में,
तुम्हारी बहोत सी बाते है झूठी।
जिनमें तुम ने कहा था,
के बहोत चाहते हो तुम मुझको,
मेरी आंख के आंसूं तुमसे देखे नही जाते।
और भी बहोत बाते हैं तुम्हारी,
मुझसे मिलने के लिए ठहरते हो तुम,
तुम कितने बेसब्र होके मेरा इंतजार करते हो,
मेरे खतों को संभालकर रखा है तुमने
छत के उपर छिपा के कही।
बारिशों में तुम्हें मेरे साथ बिघना है,
तुम मेरे साथ शहर देखना चाहते हो।
और भी न जाने कितने ही झूठे वादे है तुम्हारे।
ए बेकार सी कुछ चीजे पड़ी है,
के जिनमे कुछ खत भी है तुम्हारे।