Monday, March 4, 2019

क्या सचमुच वो मेघना हो तुम?

क्या सचमुच वो मेघना हो तुम? 

लबालब भरा जिसमे अमृत रस हो
जो वर्षा करे प्रेम रस की
क्या सचमुच वो मेघना हो तुम?
आकाश का जो श्रृंगार है
जो प्रेमी की पुकार है
मेघ की गर्जना में दामिनी के साथ जो
भरदे समुंद्र तट को
क्या सचमुच वो मेघना हो तुम?
जो हर पायल को छनका दे
जो माती को महेका दे
जो मुग्ध कर दे मयूर को नृत्य पे
क्या सचमुच वो मेघना हो तुम?